सिंदूर की लाली, शौर्य की कहानी और पाकिस्तान की हार : राजनाथ
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Yugvarta News
, Jul 29, 2025 12:10 AM 0 Comments
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New Delhi (Desk) : -प्रखर प्रकाश मिश्रा
नई दिल्ली, 28 जुलाई : ऑपरेशन सिंदूर पर आज सरकार का बचाव करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्ष और देश को सदन में बताया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहा है और हम दुनिया को बता चुके हैं कि हम पाकिस्तान की किसी भी हरकत को अब बर्दाश्त नहीं करेंगे और अपनी जनता एवं देश की रक्षा के लिए दुश्मन की ईट से ईट बजा देंगे लेकिन उनके इस जवाब से विपक्ष संतुष्ट नजर नहीं आया और विपक्ष ने सीधे तौर पर सवाल उठाए क्या संघर्ष विराम
हमने आतंकवादियों को घुसकर मारा। हमने 26 निर्दोषों की हत्या का बदला लिया। यह सिंदूर की लाली शौर्य की कहानी है। हमने ऑपरेशन सिंदूर 22 मिनट में खत्म किया। हमने 9 आतंकी लॉंचपैड्स और 100 से ज़्यादा आतंकवादियों को निस्तानाबूत किया, हमारे पास इसके पूरे सबूत हैं। भारत के डीजीएमओ ने पाकिस्तान को इस हमले के बारे में सारी जानकारी दी।हमने उन्हें ही मारा जिन्होंने निर्दोष 26 लोगों की हत्या की थी। पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत के डीजीएमओ से निवेदन किया था कि युद्ध रोक दीजिए। इसके बाद ही हमने संघर्ष विराम किया था ना कि किसी के दबाव में।
भारत ने किसी के भी दबाव में संघर्ष विराम नहीं किया। 22 अप्रैल से 17 जून के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच किसी तरह की कोई भी बातचीत नहीं हुई। नाही व्यापार के संबंध में कोई बात हुई। पाकिस्तान के डीजीएमओ ने गुजारिश की थी कि युद्ध रोक दीजिए दोनों पक्षों में इस स्तर पर बातचीत के बाद युद्ध रुक। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था अगर पाकिस्तान की हिमाकत करेगा तो भारत माकूल जवाब देगा। - डॉ एस जयशंकर
की घोषणा अमेरिका का राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यानी एक गोरा करेगा और पाकिस्तान की तरफ से आतंकवादी घटनाएं होंगी और हम उसके साथ क्रिकेट मैच खेलेंगे यह कैसा न्याय है।
लोकसभा में आज 2:00 बजे 16 घंटे की बहस के दौरान जब रक्षा मंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर पर सरकार का पक्ष रखते हुए यह बताया कि हमारी सेना ने आतंकवाद का मुंह-तोड़ जवाब दिया और जो आतंकवादी लॉन्चिंग पैड्स को समाप्त कर आतंकवादियों और पाकिस्तान की कमर तोड़ दी इसके लिए हम अपनी तीनों फौज का सम्मान करते हैं और उन्होंने काबिल-ए-तारीफ़ कार्य किया है। भारत ने अपनी रणनीति के मुताबिक आतंकवादी ठिकानों को खत्म किया और पाकिस्तान को घर में घुसकर मारा। जहां तक विपक्ष का यह सवाल है कि भारत का क्या नुकसान हुआ तो यह ऐसा सवाल है जिस पर मैं सिर्फ सदन को यह बताना चाहता हूं हमने बेहतर परिणाम हासिल किया और दुश्मन को जमीन पर हवा में और समुद्री क्षेत्र में बुरी तरीके से पराजित किया। पाकिस्तान के सभी टारगेट हमारी सुरक्षा प्रणाली ने रास्ते में ही खत्म कर दिए उसका कोई भी निशाना लक्ष्य तक नहीं पहुंच सका। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के हर हमले को नाकाम किया। उन्होंने उदाहरण देते हुए समझाया विपक्ष को यह समझना चाहिए जब कोई बच्चा क्लास में अव्वल आता है तो यह नहीं देखा जाता उसका कितना पेन पेंसिल और किताबें खर्च हुई है। विपक्ष के इन सवालों से सेवा के मनोबल पर असर पड़ता है।
राजनाथ सिंह ने स्पष्ट किया ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है केवल थमा है पाकिस्तान या देश का दुश्मन कोई भी हरकत करेगा तो हम इसका माकूल जवाब देंगे। हमारी सरकार ने हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 10 वर्षों में आतंकवाद के खिलाफ हर मोर्चे पर माकूल जवाब दिया है। पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत के डीजीएमओ से आग्रह किया था कि अब आप युद्ध रोक दीजिए।
इसके बाद विपक्ष ने विशेष कर कांग्रेस की तरफ से गौरव गोगोई ने सवाल उठाया सरकार स्पष्ट करें आतंकवादी देश के अंदर कैसे घुसे और उन्होंने 26 निर्दोषों की हत्या कैसे कर दी। बालाकोट ऊरी के बाद फिर हमला कैसे हो गया। हमारा इंटेलिजेंस सो रहा था। इसकी जिम्मेदारी होम मिनिस्टर अमित शाह की है। गृहमंत्री राज्यपाल के पीछे खड़े होकर बच नहीं सकते। सरकार को सच्चाई से पहलगाम हमले के बारे में किए गए एक्शन की सच्चाई देश और विपक्ष को बतानी पड़ेगी। विपक्ष ने सरकार को इस बात के लिए इजाजत दी थी कि वह पाकिस्तान से बदला ले ना कि इसलिए सीजफायर ट्रंप के कहने पर करे। सरकार की विदेश नीति पूरी तरह विफल रही है। सरकार पाकिस्तान के संग क्रिकेट कैसे खेल सकती है। हम सरकार के साथ खड़े थे और देश की सुरक्षा के लिए हमेशा खड़े रहेंगे। सरकार सच्चाई देश को बताए।
इसके बाद विदेश मंत्री जयशंकर प्रसाद ने सरकार का बचाव करते हुए सदन को बताया अमेरिका ने किसी तरह का कोई सीज फायर नहीं कराया। उन्होंने स्पष्ट किया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच किसी तरह की कोई बातचीत इस संबंध में नहीं हुई। असल में पाकिस्तान ने भारत से निवेदन किया था की जंग रोक दी जाए। इसके बाद उसने डीजीएमओ को संपर्क किया था तभी सी संघर्ष विराम हुआ। हमने इस बात के सबूत दिए हमने पाकिस्तान को कहां-कहां पर तबाह किया और उसके हवाई ठिकानों और अड्डों को तबाह किया। उन्होंने बताया कि 6 और 7 मई को भारत में रात में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी ठिकानों को खत्म किया। और इसके बाद हमने उसके एयर फोर्स ठिकानों पर भी हमला किया। पाकिस्तान के हर अटैक को नाकाम किया।
लेकिन इसके बावजूद भी विपक्ष संतुष्ट नजर नहीं आया और आईएमआईएम से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार पर सवाल दागा जब पूरा देश यह चाहता था कि सरकार संघर्ष विराम ना करे तो फिर सरकार ने संघर्ष विराम क्यों किया। देश इस बात को कैसे सहन करेगा व्हाइट हाउस में बैठा एक गोरा देश को निर्देश कैसे दे सकता है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कैसे देश की सरकार को दिए दबाव दे सकते हैं कि वह पाकिस्तान से लड़ाई रोक दे। उन्होंने सरकार पर सवाल दागा जब हम पाकिस्तान के साथ किसी तरह का व्यापार नहीं कर रहे सिंधु जल संधि को हमने समाप्त कर दिया है रद्द कर दिया है तो हम उनके साथ क्रिकेट मैच कैसे खेल सकते हैं। जब खून और अपनी एक साथ नहीं रह सकता तो पाकिस्तान के संग क्रिकेट कैसे खेल सकता है। क्या सरकार का जमीर मर गया है। सरकार देश को सच्चाई बताए।
गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए सदन ने कहा कांग्रेस को देश के विदेश मंत्री पर भरोसा नहीं है जिन्होंने संविधान की शपथ लेकर यह पद ग्रहण किया है बल्कि उन्हें पाकिस्तान पर भरोसा है। लेकिन इसके बावजूद भी विपक्ष सरकार की किसी भी बात को मानने के लिए तैयार नहीं है और बार-बार सरकार से पूछ रहा है कि सरकार स्पष्ट करें कितने राफेल का नुकसान हुआ। सरकार की विपक्ष नीति पूरी तरह फेल है। ट्रंप बार-बार कह रहे हैं कि उन्होंने व्यापार का हवाला देकर दोनों देशों के बीच युद्ध रुकवाया। देश के प्रधानमंत्री ने एक बार भी ट्रंप के बयान का खंडन नहीं किया। सरकार की तरफ से मोर्चा संभालते हुए युवा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि विपक्ष पूरी तरीके से अनर्गल प्रलाप कर रहा है और उसने देश की जनता के साथ-साथ सेना का मनोबल तोड़ने का काम किया है। जबकि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सारी दुनिया उनके धैर्य और धीरता के लिए जान रही है।
इससे पहले विदेश मंत्री ने स्पष्ट किया सरकार ने विपक्ष के साथ-साथ पक्ष के भी सांसदों को विदेशों में भेजा था और हर जगह से वह लोग पूरी दुनिया को देश के स्टैंड के बारे में बाताकर आए हैं। सभी देशों ने आतंकवाद के खिलाफ भारत का साथ दिया है। जयशंकर प्रसाद ने स्पष्ट किया कि भारत की सफलता का सबसे बड़ा सबूत यह है आज अमेरिका ने टी आर एफ को आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया है। जिसको पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने भी स्वीकार किया है।
सरकार की ओर से जेडीयू के लल्लन सिंह ने सरकार का बचाव करते हुए कांग्रेस और विपक्ष को घेर लिया आप आतंकवाद पर बात कर रहे हैं आपने एक बार भी पाकिस्तान की निंदा नहीं की। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई करने का साहस सिर्फ नरेंद्र मोदी ने दिखाया है। कांग्रेस के समय में 26/11/2008 को पूरी मुंबई में आतंकवादियों का कब्जा था कांग्रेस कैसे पूछ सकती है कि आतंकवादी देश के अंदर कैसे आ गए। कांग्रेस ने कभी भी आतंकवाद से लड़ने का साहस नहीं दिखाई। कांग्रेस ने हमेशा वोट की राजनीति के लिए आतंकवादियों को देश में कदम जमाने दिए। ललन सिंह ने साफ तौर पर कहा 600 से ज्यादा लोग कांग्रेस के समय में मारे गए थे वह सब निर्दोषी थे। लेकिन कांग्रेस की सरकार ने कभी भी आतंकवाद का खुलकर विरोध नहीं किया केवल निंदा करते रहे।