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देहरादून का घण्टाघर नई रोशनी में दमक उठा – धामी ने किया लोकार्पण
Go Back | Yugvarta , Sep 07, 2025 11:06 AM
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News Image Dehradun :  देहरादून, 7 सितंबर : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को देहरादून के केंद्र बिंदु माने जाने वाले ऐतिहासिक घण्टाघर के सौंदर्यीकरण, भव्य रूपांतरण एवं स्वचालित प्रकाश व्यवस्था का विधिवत शुभारंभ किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने घण्टाघर क्षेत्र में महिला स्वयं सहायता समूहों (SHGs) के लिए निर्मित 4 अत्याधुनिक “हिलांस-कम-किचन आउटलेट्स” का भव्य शुभारंभ किया। यह पहल महिला सशक्तिकरण, स्वरोजगार और स्थानीय पहाड़ी उत्पादों के प्रचार-प्रसार को सशक्त बनाने के उद्देश्य से की गई है।

इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “घण्टाघर देहरादून की पहचान है। इसका यह नवीन एवं आकर्षक स्वरूप न केवल पर्यटकों को

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया देहरादून के ऐतिहासिक घण्टाघर के भव्य रूपांतरण एवं स्वचालित प्रकाश व्यवस्था का लोकार्पण

सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण एवं शहर की सौंदर्यता बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल

मुख्यमंत्री ने घण्टाघर में महिला स्वयं सहायता समूहों हेतु निर्मित 04 आधुनिक हिलांस-कम-किचन आउटलेट्स का भी लोकार्पण किया

महिला सशक्तिकरण एवं स्थानीय उत्पादों के प्रोत्साहन की दिशा में उत्तराखण्ड सरकार का अभिनव कदम

आकर्षित करेगा, बल्कि स्थानीय नागरिकों को भी गर्व की अनुभूति कराएगा। स्वचालित प्रकाश व्यवस्था से यह स्थल रात्रि में भी जीवंत रहेगा और शहर की नाइटलाइफ में नया रंग भरने का कार्य करेगा।”

उन्होंने कहा कि इस प्रकार की पहलें न केवल शहर के सौंदर्य को बढ़ाती हैं, बल्कि नागरिकों में स्वच्छता, संरक्षण और अपने शहर के प्रति जिम्मेदारी की भावना भी विकसित करती हैं। लगभग डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से इस ऐतिहासिक धरोहर का पुनर्निर्माण कर इसे एक भव्य एवं आधुनिक स्वरूप प्रदान किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ण विश्वास है कि इस धरोहर का नया स्वरूप न केवल देहरादून की शोभा बढ़ाएगा, बल्कि यह हमारी शीतकालीन राजधानी में आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र भी होगा।

उन्होंने बताया कि आज जनपद देहरादून में चार स्थानों पर हिलांस कैंटीनों का लोकार्पण भी किया जा रहा है। ये कैंटीन कलेक्ट्रेट, कोरोनेशन अस्पताल, गुच्चुपानी और आईएसबीटी में स्थापित की गई हैं। ये कैंटीनें न केवल आम लोगों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण वस्तुएँ उपलब्ध कराएँगी, बल्कि स्वयं सहायता समूहों की बहनों को स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में सशक्त बनाएँगी। यह पहल मातृशक्ति के सशक्तिकरण के साथ-साथ लोकल उत्पादों को बढ़ावा देने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देहरादून में बाल भिक्षावृत्ति निवारण के लिए भी एक विशिष्ट प्रयास किया जा रहा है, जिसके माध्यम से बालक-बालिकाओं को “भिक्षा की विवशता से निकालकर शिक्षा के अधिकार” से जोड़ा जाएगा। इस कार्यक्रम के अंतर्गत 3 रेस्क्यू वाहनों के साथ अंतरविभागीय टीम गठित की गई है। होमगार्ड, चाइल्ड हेल्पलाइन, शिक्षा विभाग, श्रम विभाग, पुलिस विभाग और कई गैर-सरकारी संस्थाओं को इस टीम में सम्मिलित किया गया है।

अब तक इस टीम द्वारा पहले चरण में 51 बच्चों को रेस्क्यू कर विभिन्न स्कूलों में दाखिला दिलाया गया है। आज दूसरे चरण में 31 बच्चों को राजकीय प्राथमिक विद्यालय परेड ग्राउंड और साधूराम इंटर कॉलेज में दाखिला दिलाया गया। रेस्क्यू किए बच्चों के लिए डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक की लागत से साधूराम इंटर कॉलेज में इंटेंसिव केयर सेंटर का निर्माण भी कराया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रयास तब तक जारी रहेगा, जब तक राज्य का प्रत्येक बच्चा स्कूल नहीं जाने लगता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन एवं सहयोग से राज्य सरकार उत्तराखंड के समग्र विकास के लिए निरंतर कार्य कर रही है।

उन्होंने कहा कि चाहे बुनियादी ढांचे का विकास हो, शिक्षा-स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार हो या युवाओं के लिए रोजगार सृजन, सरकार देहरादून को एक आधुनिक और विकसित शहर बनाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। वर्तमान में देहरादून में लगभग 14 सौ करोड़ रुपये की लागत की विभिन्न विकास परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि शहर में पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए 30 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जा रहा है और निजी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए 11 स्थानों पर चार्जिंग स्टेशन बनाए गए हैं। ट्रैफिक और पार्किंग की समस्या के स्थायी समाधान हेतु भूमिगत पार्किंग का निर्माण कराया जा रहा है, वहीं रिस्पना और बिंदाल नदियों पर एलिवेटेड रोड की योजना भी तैयार की गई है।

इस कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, सुबोध उनियाल, विधायक खजान दास, प्रशासनिक अधिकारी, स्थानीय व्यापारी एवं बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे।
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