धराली आपदा: राहत एवं बचाव कार्य तेज, 1278 लोग सुरक्षित निकाले गए – प्रभावितों को ₹5 लाख की अनुग्रह राशि वितरण शुरू
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Yugvarta
, Aug 11, 2025 10:31 PM 0 Comments
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Uttarkashi :
उत्तरकाशी, 11 अगस्त : उत्तरकाशी में धराली आपदा प्रभावित क्षेत्र में चल रहे राहत, बचाव और सर्च अभियान को लेकर आयुक्त गढ़वाल मंडल विनय शंकर पांडेय ने आपदा नियंत्रण कक्ष में मीडिया को विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार आपदा पीड़ितों को ₹5 लाख की दर से अनुग्रह राशि का वितरण शुरू कर दिया गया है। साथ ही प्रभावितों के पुनर्वास के लिए एक बेहतर राहत पैकेज तैयार किया जा रहा है, जिसके लिए सचिव राजस्व की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति गठित की गई है। यह समिति आपदा से हुई क्षति का आकलन करने और प्रभावितों से संवाद के लिए उत्तरकाशी पहुंचेगी।
आयुक्त ने बताया कि युद्धस्तर पर चलाए गए रेस्क्यू अभियान में अब तक 1278 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। प्रभावित क्षेत्र में फंसे सभी बाहरी लोगों और जरूरतमंद स्थानीय निवासियों को बाहर लाया जा चुका है। मलवे में दबे लोगों की खोज को शासन ने सर्वोच्च प्राथमिकता दी है, जिसके लिए एनडीआरएफ टीम और विशेष अधिकारी मौके पर तैनात हैं। एसडीआरएफ के आईजी भी वहीं कैंप कर रहे हैं। देहरादून से 10 भूवैज्ञानिकों की विशेष टीम भी भेजी गई है। जिलाधिकारी लगातार प्रभावित क्षेत्र में डटे हुए हैं और पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न, कपड़े व दैनिक आवश्यक सामग्री पीड़ितों को उपलब्ध कराई जा चुकी है।
अब तक की जानकारी के अनुसार, इस आपदा में 43 लोग लापता थे, जिनमें से धराली गांव के एक युवक आकाश पंवार का शव बरामद हुआ है और उनके परिजनों को आर्थिक सहायता दी गई है। शेष 42 लापता व्यक्तियों में 9 सेना के जवान, धराली के 8 निवासी, निकटवर्ती क्षेत्रों के 5 लोग, टिहरी जिले का 1, बिहार के 13 और उत्तर प्रदेश के 6 लोग शामिल हैं। इसके अलावा 29 नेपाली मजदूर भी लापता बताए गए थे, जिनमें से 5 से मोबाइल नेटवर्क बहाल होने के बाद संपर्क हो चुका है। शेष 24 मजदूरों के बारे में ठेकेदारों से जानकारी जुटाई जा रही है। माना जा रहा है कि ये मजदूर अन्यत्र चले गए हो सकते हैं, जैसे केदारनाथ आपदा के दौरान कई लापता लोग बाद में सकुशल घर लौट आए थे। अन्य राज्यों के लापता लोगों के पते जुटाकर भी उनकी खोज जारी है।
भागीरथी नदी पर बनी झील से पानी निकासी शुरू
हर्षिल में भागीरथी नदी पर बनी झील से पानी निकालने का काम सिंचाई विभाग और उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड ने शुरू कर दिया है।
सड़क संपर्क बहाली की दिशा में तेज़ काम
आयुक्त ने बताया कि सड़कों की मरम्मत का कार्य तेजी से जारी है। लिमच्यागाड़ में वैली ब्रिज का निर्माण पूरा होने के बाद भारी मशीनरी डबरानी क्षेत्र में पहुंचा दी गई है। डबरानी से सोनगढ़ तक सड़क बहाली का कार्य जारी है और मंगलवार शाम तक सड़क संपर्क बहाल होने की उम्मीद है। डबरानी से सोनगढ़ के बीच लगभग 5 किमी पैदल मार्ग पर हेल्प पोस्ट, मेडिकल कैंप, एसडीआरएफ और वायरलेस टीम की व्यवस्था की गई है। खच्चरों के माध्यम से गैस सिलिंडरों की आपूर्ति शुरू हो चुकी है। जहां सड़क अवरुद्ध है, वहां ट्रांसशिपमेंट के जरिए आवश्यक सामग्री भेजी जा रही है। प्रशिक्षित आपदा मित्रों और पंचायती राज विभाग के माध्यम से प्रभावित गांवों से लगातार संपर्क बनाए रखा जा रहा है और मोबाइल कनेक्टिविटी उपलब्ध है।
मीडिया ब्रीफिंग के दौरान पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र राजीव स्वरूप भी मौजूद रहे।