उत्तराखंड : अंतर-मंत्रालयीय केंद्रीय टीम ने किया सूबे के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा, जल्द होगा राहत पैकेज का आकलन
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Yugvarta
, Sep 08, 2025 09:21 PM 0 Comments
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Dehradun :
देहरादून। अतिवृष्टि और भूस्खलन से प्रभावित उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण करने के लिए अंतर-मंत्रालयीय केंद्रीय टीम सोमवार को राज्य के दौरे पर पहुँची। टीम ने उत्तरकाशी और चमोली जिलों में आपदा प्रभावित इलाकों का गहन निरीक्षण किया और स्थानीय प्रशासन एवं प्रभावित लोगों से संवाद किया।
यूएसडीएमए में हुई बैठक
निरीक्षण से पहले टीम ने देहरादून स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (यूएसडीएमए) में बैठक की। सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन ने आपदा से हुई क्षति का विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष पिछले वर्षों की तुलना में अधिक बारिश हुई है, जिससे नुकसान भी व्यापक स्तर पर हुआ है।
सुमन ने कहा कि धराली और थराली जैसी आपदाओं ने स्थानीय लोगों की आजीविका पर गहरा असर डाला है। कृषि, बागवानी, व्यापार, पर्यटन और व्यवसाय को भारी क्षति पहुँची है। राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है और केंद्र सरकार से सहयोग मिल रहा है।
धराली: पहली टीम का स्थलीय निरीक्षण
उत्तरकाशी जिले के धराली-हर्षिल क्षेत्र में पहुँची टीम ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। टीम के सदस्य आर्मी हैलीपैड हर्षिल पर उतरे, जहाँ जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने आपदा से हुई जनहानि और संपत्ति के नुकसान की जानकारी दी।
टीम ने मुखबा, हर्षिल और धराली में प्रभावित परिवारों और स्थानीय अधिकारियों से बातचीत की। ग्रामीणों ने मकानों, होटलों, बगीचों, फसलों और व्यवसायों को हुए नुकसान की जानकारी दी और शीघ्र पुनर्वास व मुआवजे की मांग रखी।
टीम लीडर एवं भारत सरकार के संयुक्त सचिव आर. प्रसन्ना ने कहा कि क्षति का आकलन कर रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपी जाएगी, जिसके आधार पर राहत पैकेज की घोषणा होगी।
थराली: दूसरी टीम ने लिया जायजा
चमोली जिले के थराली क्षेत्र का निरीक्षण करने पहुँची दूसरी टीम ने हवाई और स्थलीय सर्वेक्षण किया। टीम ने चेपड़ो, कोटडीप, इराड़ीबगड़, मोपाटा और नंदानगर जैसे क्षेत्रों में नुकसान का आकलन किया।
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने कुलसारी रिलीफ सेंटर में पीपीटी के माध्यम से आपदा से विभागवार हुई क्षति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लगातार भूस्खलन से कई गाँवों का संपर्क मुख्य मार्ग से टूट गया है और कई परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित करना पड़ा है।
टीम लीडर डॉ. वीरेन्द्र सिंह ने कहा कि दौरे का मुख्य उद्देश्य आपदा से हुई वास्तविक क्षति का आकलन करना है, ताकि केंद्र सरकार शीघ्र सहायता और पुनर्निर्माण योजना लागू कर सके।
आज होगा अन्य जिलों का दौरा
सूत्रों के अनुसार, मंगलवार को संयुक्त सचिव आर. प्रसन्ना के नेतृत्व वाली टीम रुद्रप्रयाग और पौड़ी का निरीक्षण करेगी, जबकि डॉ. वीरेन्द्र सिंह की टीम बागेश्वर और नैनीताल का दौरा करेगी।
सचिव आपदा प्रबंधन विनोद कुमार सुमन ने बताया कि टीम मंगलवार शाम तक देहरादून लौट आएगी।