Narendra Modi Podcast / मेरे जीवन को RSS ने दिशा दी... लेक्स फ्रिडमैन के सवाल पर बोले PM मोदी
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Yugvarta
, Mar 16, 2025 07:56 PM 0 Comments
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DELHI : Narendra Modi Podcast: हाल ही में अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक विशेष पॉडकास्ट साक्षात्कार लिया। यह वार्तालाप लगभग तीन घंटे तक चला, जिसमें उन्होंने पीएम मोदी से उनके बचपन, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) में उनकी भागीदारी और जीवन पर उसके प्रभाव के बारे में सवाल किए।
बचपन और आरएसएस से जुड़ाव
लेक्स फ्रिडमैन ने पीएम मोदी से पूछा कि वे मात्र आठ वर्ष की उम्र में आरएसएस में शामिल हुए थे और यह संगठन हिंदू राष्ट्रवाद का समर्थन करता है। इस पर पीएम मोदी ने उत्तर दिया कि उनका स्वभाव बचपन से ही सक्रिय रहने का था।
अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन ने अपने तीन घंटे लंबे पॉडकास्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से विभिन्न विषयों पर सवाल किए। उन्होंने मोदी से आरएसएस में उनके जुड़ाव और जीवन पर उसके प्रभाव के बारे में पूछा। पीएम मोदी ने कहा कि बचपन से ही उनकी रुचि समाजसेवा और देशभक्ति से जुड़ी गतिविधियों में थी। उन्होंने RSS से मिले मूल्यों को जीवन का "पर्पस ऑफ लाइफ" बताया।
उन्होंने बताया कि उनके क्षेत्र में सेवा दल से जुड़े लोग डफली बजाते थे और देशभक्ति के गीत गाते थे। वे इन गीतों को सुनने के लिए बहुत उत्साहित रहते थे और इसमें भाग लेने जाते थे।
उन्होंने बताया कि वे रातभर देशभक्ति के गाने सुनते थे और इसे लेकर अत्यंत उत्साही थे। आरएसएस की शाखाओं में खेल-कूद, अनुशासन और देशभक्ति से जुड़ी गतिविधियाँ होती थीं, जिनसे वे प्रेरित हुए। संघ के संस्कारों ने उन्हें यह सिखाया कि किसी भी कार्य को करने से पहले यह सोचना चाहिए कि इससे देश को कैसे लाभ मिलेगा।
संघ के विचार और जीवन पर प्रभाव
पीएम मोदी ने बताया कि आरएसएस ने उन्हें जीवन का उद्देश्य (Purpose of Life) दिया। संघ केवल एक संगठन नहीं, बल्कि सेवा और राष्ट्रनिर्माण का मार्गदर्शन करता है। उन्होंने कहा कि आरएसएस के 100 वर्षों के इतिहास में यह दुनिया का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन बन चुका है, जिससे करोड़ों लोग जुड़े हुए हैं।
उन्होंने कहा कि संघ का मूल विचार यही है कि "देश ही सबकुछ है और जनसेवा ही प्रभुसेवा है।" यह वही सिद्धांत है जो भारतीय ग्रंथों और स्वामी विवेकानंद के विचारों में भी मिलता है। पीएम मोदी ने यह भी उल्लेख किया कि आरएसएस का कार्यक्षेत्र बहुत व्यापक है, और इसके स्वयंसेवक समाज के हर क्षेत्र में सेवा करते हैं।
संघ की सेवा गतिविधियाँ
पीएम मोदी ने बताया कि संघ से जुड़े विभिन्न संगठनों के माध्यम से समाजसेवा का कार्य किया जाता है।
सेवा भारती – यह संगठन गरीब बस्तियों में सवा लाख से अधिक सेवा प्रकल्प चलाता है, जिसमें शिक्षा, स्वच्छता और संस्कारों पर ध्यान दिया जाता है।
वनवासी कल्याण आश्रम – यह संगठन जंगलों में रहकर आदिवासियों की सेवा करता है और 70,000 से अधिक एकल विद्यालय संचालित करता है।
विद्या भारती – यह संगठन शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए स्थापित किया गया, जिसके तहत लगभग 25,000 स्कूल संचालित होते हैं और 30 लाख से अधिक विद्यार्थी अध्ययन करते हैं।
भारतीय मजदूर संघ – यह संगठन देश के मजदूर वर्ग से जुड़ा सबसे बड़ा संगठन है, जिसमें 55,000 यूनियन और करोड़ों सदस्य शामिल हैं।
संघ से मिले संस्कार और प्रेरणा
पीएम मोदी ने कहा कि आरएसएस ने पिछले 100 वर्षों में भारत के हर क्षेत्र में अपनी सकारात्मक भूमिका निभाई है। उन्होंने यह भी कहा कि आरएसएस का कार्य किसी प्रचार के लिए नहीं, बल्कि समाजसेवा और राष्ट्रनिर्माण के उद्देश्य से किया जाता है।
इस इंटरव्यू के माध्यम से पीएम मोदी ने यह स्पष्ट किया कि आरएसएस का प्रभाव उनके जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है और इस संगठन ने उन्हें राष्ट्र सेवा का संकल्प दिया।