IND vs SA: सेंचुरियन में साउथ अफ्रीका पर भारत की 113 रनों से ऐतिहासिक जीत
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Yugvarta
, Dec 30, 2021 09:12 PM 0 Comments
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Delhi :
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेली जा रही तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच सेंचुरियन के मैदान पर खेला गया जहां पर भारतीय टीम ने खेल के हर विभाग में शानदार प्रदर्शन करते हुए 113 रनों की ऐतिहासिक जीत दर्ज की। सेंचुरियन के मैदान पर यह किसी भी एशियाई टीम की ओर से दर्ज की गई पहली जीत रही जबकि ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बाद यह कारनामा करने वाली भारत तीसरी टीम बनी। इस जीत के साथ ही भारत में तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाती है। भारत को सीरीज का दूसरा मैच 3 जनवरी से वांडरर्स के मैदान पर खेलना है।
यूं तो भारतीय टीम ने इस मैच में कोई ज्यादा गलती नहीं की है हालांकि इसके बावजूद अगर भारतीय टीम को साउथ अफ्रीका की सरजमीं पर पहली बार टेस्ट सीरीज में जीत हासिल करनी है तो बचे हुए मैचों में उन तीन बड़ी गलतियों से बचना होगा जो उसने सेंचुरियन के मैदान पर खेले गए बॉक्सिंग डे टेस्ट में की हैं।
बल्लेबाजी की कमजोरी से कोहली को उबरना होगा पिछले 2 सालों से भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली उस रन गति से रन नहीं बना पा रहे हैं जिसके लिए वह जाने जाते हैं। साल 2020 में उनके बल्ले से करीब 20 की औसत से रन आए हैं तो वहीं पर 2021 में यह औसत बढ़ कर महज 29 के पार हुई है। कोहली के ओवरऑल रिकॉर्ड की बात करें तो उनका औसत 50 से भी ज्यादा है लेकिन पिछले 3 सालों में यह काफी हद तक गिर गया है। सेंचुरियन टेस्ट में कोहली ने पहली पारी में 35 तो दूसरी पारी में 18 रनों का योगदान दिया। इस दौरान वह बल्लेबाजी की अच्छी लय में नजर आ रहे थे हालांकि दोनों ही पारियों में उन्होंने एक ही तरह से अपना विकेट खोया। कोहली ऑफ साइड से बाहर जाती हुई गेंद पर ड्राइव लगाने के चक्कर में स्लिप पर खड़े फील्डर को अपना कैच थमाते नजर आए। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि साल 2018 के बाद से कोहली अब तक 11 बार ठीक इसी तरह अपना विकेट गंवा चुके हैं ऐसे में भारतीय टीम का मध्यक्रम उतने रन नहीं बना पा रहा है जितनी उसकी काबिलियत है। अगर भारतीय टीम को साउथ अफ्रीका की सरजमीं पर पहली बार टेस्ट सीरीज में जीत हासिल करनी है तो विराट कोहली को अपनी इस कमी को दूर कर रन बनाने की पुरानी लय में लौटना होगा।